आज की बात – Future of new generation – revealing the truth – आज की बहुत अलग है – जिसे आप दूर की सोच भी कह सकते हैं , जब भी हम new generation की बात करते हैं तो लोग संस्कार और समय के साथ जो परिवर्तन आ रहे हैं उनकी बात करते हैं – जिन पर बात होनी जरुरी भी है | लेकिन मैं आज इस बात को बहुत अलग तरीके से बात करने जा रहा हूँ |
पहला अगर आप माता पिता हैं , नहीं हैं तो आने वाले भविष्य में बन जायेंगे – हर माता पिता को सपना होता है उनका बच्चा उनका बहुत नाम रोशन करे , उसका भविष्य बहुत अच्छा हो | वो जिन्दगी भर उसके लिये पैसे जोड़ते हैं , जिससे जितना हो सके उसके भविष्य को सुरक्षित कर सकें , उसे अच्छे से अच्छी शिक्षा दे सकें | ऐसा ही होता है ना – लेकिन जरा रुकिए और सोचिये आप अपने बच्चों को क्या देने वाले हैं | एक उज्जवल और सुनहरा भविष्य या अन्धकार से भरी जिन्दगी |
आपको लग रहा होगा की ये मैं क्या कह रहा हूँ लेकिन सच कह रहा हूँ |
आपने पढ़ा होगा – पहला सुख निरोगी काया ...आपने अनुवांशिक (HEREDITY) रोगों के बारे में भी सुना होगा | बहुत सारी क्रोनिक बीमारियाँ ऐसी होती हैं जो हम अपने बच्चों को गिफ्ट के रूप में दे देते हैं | जैसे DIABETES , B.P , ALZIHMER और ऐसी एक बहुत लम्बी लिस्ट है | अगर आप इन बिमारियों से ग्रसित हो जाते हो तो आपके बच्चों में भी रोगों की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है | यंहा मैं ये कहना चाहता हूँ अपने लिये और अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिये स्वस्थ रहें , नहीं तो पता नहीं कौन सी बीमारी आप अपने बच्चों को विरासत में दे जायेंगे |
स्वस्थ शरीर से ही सुन्दर समाज की रचना हो सकती है और सुन्दर समाज ही सुदृढ़ राष्ट्र का निर्माण कर सकता है |
आप अपने बच्चों के अच्छे भविष्य के लिये पैसे जोड़ते हैं और एक नहीं कई घर , दुकान आदि बनाने की सोचते हैं –सोचिये बहुत अच्छी बात है – लेकिन क्या ये पैसे , ये दुकान – आपके बच्चों की प्यास बुझा पायेंगे – नहीं – कभी नहीं – लेकिन ये तो आप सोच ही नहीं रहे हैं कि आप एक दिन अपने बच्चों को पानी की एक एक बूँद के लिये तरसा देंगे – हाँ कडवा है मगर सच है | जब हमारे बच्चे प्यास से तड़प रहे होंगे तो उसके जिम्मेदार सिर्फ आप और हम होंगे –क्योंकि अभी लगभग जरुरत के अनुसार 40% पानी बचा है | अपने जन प्रतिनिधियों पर दवाब बनाइये , अपने व्यकिगत स्तर पर , आप किसी संस्था से जुड़े हों उसके माध्यम से , अपने जीने के तरीकों को बदल कर - पेड़ लगाइये , पानी बचाइये , पर्यावरण बचाइये , किसी ने सच कहा है – जल ही जीवन है , जल है तो कल है .........
और ऐसी बहुत सारी बातें हो सकती हैं जो आप खुद सीख सकते हैं और अभी से अपने बच्चों को सिखा सकते हैं | नहीं तो अपने बच्चों के अंधकारमय जीवन के आप और हम खुद जिम्मेदार होंगे |
पैसे , मकान और दुकान तो आपके बच्चे खुद भी बना लेंगे लेकिन पानी कंहा से लायेंगे , स्वस्थ शरीर कंहा से लायेंगे | जो हो चूका वो हो चूका लेकिन आज से और अभी से – एक कदम परिवर्तन की और|
ये पोस्ट सिर्फ माता पिता के लिये नहीं है – New generation के लिये और भी ज्यादा है क्योंकि आपके पास इन सब पर ध्यान देने के लिये ज्यादा और सही समय है | आप अभी से प्रयास करेंगे तो अपने व अपने बच्चों के भविष्य को सुरक्षित कर पाएंगे |
फिर और कभी संस्कार और समय के साथ होने वाले परिवर्तनों पर भी बात करेंगे |