आज की बात – आज का विषय FEAR V/S RESPECT – बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है और इसकी बारीकियों को समझना और भी महत्वपूर्ण क्योंकि अगर आपको सच में Long-term के लिये सफल बनना है तो आपको FEAR V/S RESPECT के अंतर को समझना बहुत जरुरी है | चलिए आज की बात प्रारम्भ करते हैं – दुनिया में किसी भी धर्म को मानने वाले लोग हों लेकिन कंही ना कंही हर व्यक्ति सबसे ऊपर भगवान को मानता है – धर्म / जाति / सम्प्रदाय के आधार पर लोगों ने भगवान को अनेक नाम दे दिए हैं | सबसे बड़ा सवाल “ क्या लोग भगवान की RESPECT करके उसकी पूजा करते हैं या डर कर “ सवाल सच में बहुत बड़ा है ARE WE GOD LOVING OR GOD FEARING PEOPLE ? क्यों व्यक्ति को ये लगता है अगर मैंने ऐसा नहीं किया तो भगवान नाराज हो जायेंगे और मेरा बुरा कर देंगे ? कौन से भगवान ऐसे हैं जो अपने भक्तों को डरा कर अपनी पूजा कराना चाहते हैं ? डराने वाले का नाम भगवान कैसे हो सकता है ?
ये सिर्फ EXAMPLE के लिये था की आप विषय को समझ सकें |
FEAR V/S RESPECT – अगर इसके अंतर को साफ़ साफ़ समझना है तो अपने घर चलते हैं / स्कूल चलते हैं | बहुत सारे PARENTS FEAR / RESPECT के अंतर को नहीं समझ पाते और बाद में पछताना पड़ता है | FEAR वह है जो बच्चा आपके सामने होने पर / पीछे से - आपके डांटने / पीटने के डर से करता है | ये आपको शुरुवाती परिणाम दे सकता है और आपको लगेगा की आप सफल हो गए बच्चा वैसा करने लगा जैसा आप चाहते थे लेकिन इस स्थिति को अच्छे से परख लें कि आपने कौन सा बीज बोया है कंही ऐसा ना हो आपके डर से वह आपसे अपने मन की बात ही न कह पाए बहुत सारे बच्चे इतने डर कर रहने लगते हैं कि ना केवल घर पर बहार भी वह डरे – डरे , सहमे – सहमे रहने लगते हैं जो उनकी Personal Growth को खत्म कर देता है | Earn Respect – बच्चे आपको अपना Idol icon की तरह देखें , आप उनके प्रेरणा स्त्रोत्र हों लेकिन ये सिर्फ बातों में नहीं वो दिल से ऐसा माने | लेकिन ये हो कैसे ?
चलिए अब स्कूल / कॉलेज की तरफ चलते हैं जिन्दगी भर में हमें बहुत सारे Teacher मिलते हैं कुछ बहुत डरा कर रखते हैं / बड़े रॉब से रहते हैं जैसे ही उनका पीरियड आता है एक सन्नाटा सा छा जाता है , कुछ Teacher बहुत अच्छे से अपने Student से घुल मिलकर रहते हैं अच्छे से पठाते भी हैं और Students के Favorite भी बन जाते हैं क्यों ?
चलिए एक और उदहारण से समझते हैं अगर सार्वजनिक स्थानों पर कचरा फैलाना / थूकना आदि ऐसे अनेकों चीजों पर जुर्माना है और हम यह कार्य जुर्माना या सजा से बचने के लिये नहीं कर रहे हैं तो यह डर है और अगर कंही कोई देखने वाला नहीं है / पूछने वाला नहीं फिर भी हम ऐसा ही कर रहे हैं तो Respect है
Fear के कारण लोग हो सकता है आपके सामने आपकी प्रशंसा करें लेकिन अगर Respect होगा तो लोग पीछे से भी आपकी प्रशंसा करेंगे
व्यक्ति जब अच्छे काम करता है तो उसे लगता है भगवान है जब बुरे काम करता है तो उसे लगता है उसे किसी ने नहीं देखा |
डर होना भी अच्छा है लेकिन कितना ये एक सवाल जो आप अपने आप से पूछें , मेरी पोस्ट का मतलब ये नहीं है कि आप सभी चीजों की पूरी छूट दे दें | जब मैं अपनी आने वाली पोस्ट में Discipline ( अनुशासन ) की बात करूंगा तब इस बात को और अच्छे से समझेंगे |
आपने सुना होगा – डर के आगे जीत है तो ये भी सुना होगा किसी को इतना मत डराओ की डर ही ख़त्म हो जाये |
ये तो सिर्फ कुछ Examples थे समझाने के लिये यही सिद्धांत जिन्दगी में लगभग हर जगह apply होता है |